Posts

Showing posts from November, 2020

Tarkeshwar Scandal-तारकेश्वर कांड

Image
 तारकेश्वर मामला (जिसे तारकेश्वर कांड या महंत-एलोकेशी मामला भी कहा जाता है) ब्रिटिश राज के दौरान 19वीं शताब्दी के बंगाल में एक सार्वजनिक कांड को संदर्भित करता है। यह एक सरकारी कर्मचारी नोबिन चंद्र की पत्नी एलोकेशी और तारकेश्वर शिव मंदिर के ब्राह्मण प्रधान पुजारी (या महंत) के बीच एक अवैध प्रेम संबंध के परिणामस्वरूप हुआ। नोबिन ने बाद में प्रेम संबंध के कारण अपनी पत्नी एलोकेशी का सिर काट दिया। 1873 के तारकेश्वर हत्याकांड को एक अत्यधिक प्रचारित परीक्षण के बाद, जिसमें पति और महंत दोनों को अलग-अलग डिग्री में दोषी पाया गया था। बंगाली समाज ने महंत के कार्यों को दंडनीय और आपराधिक माना, जबकि नोबिन की एक बेहूदा पत्नी की हत्या की कार्रवाई को सही ठहराया। परिणामी सार्वजनिक आक्रोश ने अधिकारियों को दो साल बाद नोबिन को रिहा करने के लिए मजबूर किया। यह कांड कालीघाट पेंटिंग और कई लोकप्रिय बंगाली नाटकों का विषय बन गया, जिसमें अक्सर नोबिन को एक समर्पित पति के रूप में चित्रित किया जाता था। महंत को आम तौर पर एक महिलावादी के रूप में प्रस्तुत किया जाता था, जो युवा महिलाओं का फायदा उठाता था। हत्या की शिकार एलोके

Indian Lady Entrepreneur And Padma Shri - Kalpana Sarroj

Image
  नाम (Name) कल्पनासरोज जन्म (DateofBirth) सन 1961, आयु 59 वर्ष जन्मस्थान (BirthPlace) रोपरखेड़ा , महाराष्ट्र पति समीरसरोज पेशा (Occupation) उद्योगपतिफिल्मनिर्माता वित्तीयपेशेवरबैंकरबिजनेसपर्सन बच्चे (Children) सीमासरोज पुरस्कार पद्मश्रीव्यापारऔरउद्योगमें कल्पना सरोज जी का जीवन ‘‘स्लमडॉग मिलेनियर’’ फिल्म को यथार्थ करता है।  कल्पना सरोज  की कहानी उस दलित पिछड़े समाज के लड़की की है जिसे जन्म से ही अनेकों कठिनाइयों से जूझना पड़ा, समाज की उपेक्षा सहनी पड़ी, बाल-विवाह का आघात झेलना पड़ा, ससुराल वालों का अत्याचार सहना पड़ा, दो रुपये रोज की नौकरी करनी पड़ी और उन्होंने एक समय खुद को ख़त्म करने के लिए ज़हर तक पी लिया, लेकिन आज वही कल्पना सरोज 500 करोड़ के बिजनेस की मालकिन है।  सन 1961 में महाराष्ट्र के अकोला जिले के छोटे से गाँव रोपरखेड़ा के गरीब दलित परिवार में कल्पना का जन्म हुआ। कल्पना के पिता एक पुलिस हवलदार थे और उनका वेतन म

Big Bull Of Indian Stock Market- Harshad Mehta

Image
  1980-1990 के दशक में शेयर बाजार को हिला देने वाले इकलौते राजा हर्षद मेहता, जिन्होंने भारत के शेयर बाजार की दिशा बदल दी या यूं कहें कि हालत खराब कर दी। हर्षद मेहता 90 के दशक के सबसे बड़े स्कैमर थे। उन्होंने शेयर बाजार में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला किया है। एक छोटी स्टॉक मार्केट कंपनी के छोटे व्यापारी से हर्षद के शेयर बाजार के सबसे बड़े राजा बनने की कहानी बहुत दिलचस्प है। जिस स्टॉक पर हर्षद मेहता ने हाथ रखा वह सोने में बदल गया। हर्षद मेहता कौन है ? नाम  (Name) हर्षद   शांतिलाल   मेहता जन्म  (Date of Birth) 29/07/1954 आयु 47  वर्ष जन्म   स्थान  (Birth Place) राजकोट ,  गुजरात परिवार  (Family) माता   पिता , 3  भाई ,  पत्नी ,  एक   बेटा पिता   का   नाम  (Father Name) शांतिलाल   मेहता माता   का   नाम  (Mother Name) रासिलाबेन   मेहता पत्नी   का   नाम  (Wife Name) ज्योति   मेहता पेशा  (Occupati

Saint Mother Teresa

Image
  Saint Mother Teresa हर कोई अपने लिए जीता है, लेकिन जो अपने स्वार्थ को छोड़कर दूसरों के लिए काम करता है, वह महान कहलाता है। ऐसे लोगों का पूरा जीवन प्रेरणादायक होता है, लोग उन्हें मरने के बाद भी दिल से याद करते हैं। दया, निस्वार्थता, प्रेम की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा ने अपना पूरा जीवन दूसरों की सेवा में समर्पित कर दिया। प्रारंभिक जीवन क्रमांक जीवन परिचय बिंदु मदर टेरेसा जीवन परिचय 1 पूरा नाम अगनेस गोंझा बोयाजिजू 2 जन्म 26 अगस्त 1910 3 जन्म स्थान स्कॉप्जे शहर , मसेदोनिया 4 माता – पिता द्रना बोयाजू – निकोला बोयाजू 5 मृत्यु 5 सितम्बर 1997 6 भाई बहन 1 भाई 1 बहन 7 धर्म कैथलिक 8 कार्य मिशनरी ऑफ चैरिटी की स्थापना मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को स्कोप्जे (अब मैसेडोनिया) में हुआ था। उसक