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विजयदशमी (दशहरा) 2025 – इतिहास, महत्व, कथा और उत्सव

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  विजयदशमी (दशहरा) 2025 – रावण दहन और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक पर्व 🪔 प्रस्तावना भारत त्योहारों की भूमि है और यहाँ का हर पर्व एक गहरी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक भावना से जुड़ा हुआ है। इन्हीं महान पर्वों में से एक है विजयदशमी (दशहरा) । यह त्योहार सत्य की असत्य पर, धर्म की अधर्म पर और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। दशहरा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण भी विशेष है। 📖 विजयदशमी का इतिहास (History of Vijayadashami) विजयदशमी का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। इसका संबंध दो प्रमुख पौराणिक कथाओं से जुड़ा है— रामायण की कथा भगवान श्रीराम ने लंका के राक्षस राजा रावण का वध इसी दिन किया था। रावण ने माता सीता का हरण किया था और धर्म की रक्षा के लिए श्रीराम ने युद्ध कर उसका अंत किया। इसीलिए दशहरे के दिन रावण दहन की परंपरा है। देवी दुर्गा की विजय एक अन्य कथा के अनुसार, इस दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर नामक असुर का वध कर देवताओं को मुक्ति दिलाई थी। इसलिए इसे महानवरात्रि के बाद विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। 🌸...

Indian Lady Entrepreneur And Padma Shri - Kalpana Sarroj

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  नाम (Name) कल्पनासरोज जन्म (DateofBirth) सन 1961, आयु 59 वर्ष जन्मस्थान (BirthPlace) रोपरखेड़ा , महाराष्ट्र पति समीरसरोज पेशा (Occupation) उद्योगपतिफिल्मनिर्माता वित्तीयपेशेवरबैंकरबिजनेसपर्सन बच्चे (Children) सीमासरोज पुरस्कार पद्मश्रीव्यापारऔरउद्योगमें कल्पना सरोज जी का जीवन ‘‘स्लमडॉग मिलेनियर’’ फिल्म को यथार्थ करता है।  कल्पना सरोज  की कहानी उस दलित पिछड़े समाज के लड़की की है जिसे जन्म से ही अनेकों कठिनाइयों से जूझना पड़ा, समाज की उपेक्षा सहनी पड़ी, बाल-विवाह का आघात झेलना पड़ा, ससुराल वालों का अत्याचार सहना पड़ा, दो रुपये रोज की नौकरी करनी पड़ी और उन्होंने एक समय खुद को ख़त्म करने के लिए ज़हर तक पी लिया, लेकिन आज वही कल्पना सरोज 500 करोड़ के बिजनेस की मालकिन है।  सन 1961 में महाराष्ट्र के अकोला जिले के छोटे से गाँव रोपरखेड़ा के गरीब दलित परिवार में कल्पना का जन्म हुआ। कल्पना के पिता एक पुलिस हवलदा...

Big Bull Of Indian Stock Market- Harshad Mehta

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  1980-1990 के दशक में शेयर बाजार को हिला देने वाले इकलौते राजा हर्षद मेहता, जिन्होंने भारत के शेयर बाजार की दिशा बदल दी या यूं कहें कि हालत खराब कर दी। हर्षद मेहता 90 के दशक के सबसे बड़े स्कैमर थे। उन्होंने शेयर बाजार में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला किया है। एक छोटी स्टॉक मार्केट कंपनी के छोटे व्यापारी से हर्षद के शेयर बाजार के सबसे बड़े राजा बनने की कहानी बहुत दिलचस्प है। जिस स्टॉक पर हर्षद मेहता ने हाथ रखा वह सोने में बदल गया। हर्षद मेहता कौन है ? नाम  (Name) हर्षद   शांतिलाल   मेहता जन्म  (Date of Birth) 29/07/1954 आयु 47  वर्ष जन्म   स्थान  (Birth Place) राजकोट ,  गुजरात परिवार  (Family) माता   पिता , 3  भाई ,  पत्नी ,  एक   बेटा पिता   का   नाम  (Father Name) शांतिलाल   मेहता माता   का   नाम  (Mother Name) रासि...

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