Harriet Tubman की प्रेरणादायक जीवनी | Inspirational Life Story in Hindi
जमैका के क्रिकेटर लेस्ली हिल्टन की कहानी जानिए, जिन्होंने वेस्टइंडीज के लिए खेला, लेकिन पत्नी की हत्या के बाद फांसी पर चढ़ा दिया गया। पढ़िए उनका पूरा जीवन संघर्ष, क्रिकेट करियर, प्रेम कहानी और अपराध तक का सफर।
क्रिकेट की दुनिया में खिलाड़ी अक्सर अपने प्रदर्शन, उपलब्धियों और रिकॉर्ड्स के लिए याद किए जाते हैं। लेकिन कुछ नाम ऐसे भी हैं जो सिर्फ मैदान पर नहीं बल्कि अपने निजी जीवन और विवादों के कारण भी इतिहास में दर्ज हो जाते हैं। लेस्ली हिल्टन (Leslie Hylton) ऐसा ही नाम है, जिसे आज भी इस वजह से याद किया जाता है कि वह दुनिया के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी की सजा दी गई।
जन्म: 29 मार्च 1905, स्पेनिश टाउन, जमैका
बचपन में ही माता-पिता का निधन → पालन-पोषण उनकी बहन ने किया
आर्थिक स्थिति बेहद खराब → 13 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़नी पड़ी
गुजारे के लिए टेलर की दुकान पर काम करना पड़ा
गरीबी और संघर्ष के बीच उन्होंने क्रिकेट में हाथ आजमाया और जल्द ही अपनी मेहनत से स्थानीय स्तर पर पहचान बनाई।
1926-27 → प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू
गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन → स्थानीय क्रिकेट जगत में पहचान
1934-35 → इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण
जगह: केंसिंग्टन ओवल, बारबाडोस
पिच: बारिश के कारण गीली, बल्लेबाजी बेहद कठिन
वेस्टइंडीज की पहली पारी: मात्र 102 रन
हिल्टन और मार्टिंडेल ने इंग्लिश टीम को शुरुआती झटके दिए
हालांकि इंग्लैंड ने यह मैच जीत लिया, लेकिन हिल्टन का प्रदर्शन सबको प्रभावित कर गया
वेस्टइंडीज की तरफ से खेले गए 6 टेस्ट मैचों में 19 विकेट
गेंदबाजी औसत: 26.12
प्रथम श्रेणी क्रिकेट → 40 मैचों में 120 विकेट (सर्वश्रेष्ठ: 24/5)
1939, मैनचेस्टर टेस्ट (इंग्लैंड) → अंतिम टेस्ट मैच
द्वितीय विश्व युद्ध शुरू होते ही क्रिकेट से संन्यास
क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद लेस्ली हिल्टन की मुलाकात जमैका पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी लोरलिन रोज (Lurlene Rose) से हुई।
परिवार का विरोध → हिल्टन गरीब थे
इसके बावजूद, दोनों ने 1942 में शादी की
5 साल बाद बेटा हुआ
शुरुआत में शादीशुदा जिंदगी खुशहाल रही
लोरलिन फैशन डिजाइनर बनना चाहती थीं → अक्सर न्यूयॉर्क जाया करती थीं
इसी बीच हिल्टन को एक गुमनाम पत्र मिला, जिसमें लिखा था कि उनकी पत्नी का अफेयर एक शख्स रॉय फ्रांसिस से है।
लोरलिन ने पहले इस रिश्ते से इनकार किया, लेकिन बाद में सच्चाई सामने आ गई।
बहस के दौरान लोरलिन ने हिल्टन से कहा कि वह कभी उसके स्तर के नहीं थे
उसने यह भी स्वीकार किया कि वह रॉय फ्रांसिस के साथ संबंध रखती है
गुस्से में पागल हिल्टन ने अपनी पत्नी पर 7 गोलियां दाग दीं
लोरलिन की मौके पर ही मौत हो गई
हिल्टन ने कोर्ट में कहा कि यह हादसा था, लेकिन सबूतों ने उन्हें दोषी साबित कर दिया
वकीलों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे
20 अक्टूबर 1954 → कोर्ट ने हत्या का दोषी ठहराया
17 मई 1955 → फांसी की सजा दी गई
इसी दिन वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच चल रहा था। दर्शकों ने मैदान पर बैनर लगाया:
“Hang Holt, Save Hilton”
लेकिन इतिहास बदल नहीं सका।
वह आज भी दुनिया के अकेले ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी दी गई
उनकी कहानी क्रिकेट, प्रेम, विश्वासघात और अपराध का एक अनोखा मिश्रण है
हिल्टन का जीवन बताता है कि कैसे एक महान खिलाड़ी भी निजी जीवन की गलतियों के कारण बदनाम हो सकता है
Q1. लेस्ली हिल्टन कौन थे?
लेस्ली हिल्टन वेस्टइंडीज के क्रिकेटर थे, जिन्होंने 1930 के दशक में 6 टेस्ट मैच खेले।
Q2. लेस्ली हिल्टन को फांसी क्यों दी गई?
उन्होंने गुस्से में अपनी पत्नी लोरलिन रोज की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
Q3. लेस्ली हिल्टन का क्रिकेट करियर कैसा रहा?
उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 6 टेस्ट मैचों में 19 विकेट और प्रथम श्रेणी में 120 विकेट लिए।
Q4. क्या लेस्ली हिल्टन अकेले क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी हुई?
हाँ, अब तक वह दुनिया के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी की सजा दी गई।
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