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Showing posts from June, 2025

विजयदशमी (दशहरा) 2025 – इतिहास, महत्व, कथा और उत्सव

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  विजयदशमी (दशहरा) 2025 – रावण दहन और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक पर्व 🪔 प्रस्तावना भारत त्योहारों की भूमि है और यहाँ का हर पर्व एक गहरी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक भावना से जुड़ा हुआ है। इन्हीं महान पर्वों में से एक है विजयदशमी (दशहरा) । यह त्योहार सत्य की असत्य पर, धर्म की अधर्म पर और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। दशहरा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण भी विशेष है। 📖 विजयदशमी का इतिहास (History of Vijayadashami) विजयदशमी का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। इसका संबंध दो प्रमुख पौराणिक कथाओं से जुड़ा है— रामायण की कथा भगवान श्रीराम ने लंका के राक्षस राजा रावण का वध इसी दिन किया था। रावण ने माता सीता का हरण किया था और धर्म की रक्षा के लिए श्रीराम ने युद्ध कर उसका अंत किया। इसीलिए दशहरे के दिन रावण दहन की परंपरा है। देवी दुर्गा की विजय एक अन्य कथा के अनुसार, इस दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर नामक असुर का वध कर देवताओं को मुक्ति दिलाई थी। इसलिए इसे महानवरात्रि के बाद विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। 🌸...

Soichiro Honda: The True Story of Rising from Failures to Conquer the World

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Soichiro Honda The True Story of Rising from Failures to Conquer the World Soichiro Honda: The True Story of Rising from Failures to Conquer the World (सोइचिरो होंडा: असफलताओं से विश्वविजेता बनने की सच्ची कहानी) सोइचिरो होंडा का जन्म **17 नवम्बर 1906** को जापान के एक छोटे-से गाँव **हमामात्सु** में हुआ। उनके पिता का साइकिल ठीक करने और छोटे-मोटे इंजन सुधारने का काम था। माँ घर में हाथ से कपड़े बुनती थीं। पैसे ज्यादा नहीं थे, लेकिन होंडा का मन हमेशा नए-नए प्रयोग करने में लगता था। एक किस्सा बहुत मशहूर है – जब वे छोटे थे, उनके गाँव में पहली बार एक **ग्रामोफोन** आया। बाकी बच्चे उससे गाने सुनकर खुश हो रहे थे। पर होंडा उसकी सुई और घूमने वाला हिस्सा देख रहे थे। उन्होंने पूछा – “ये आवाज़ इसमें बंद कैसे हो जाती है?” यह सवाल सुनकर सब हंस पड़े। लेकिन यही जिज्ञासा उनकी ताकत बन गई। **स्कूल की पढ़ाई में उनकी खास रुचि नहीं थी।** वे किताबों से ज्यादा औजारों से दोस्ती रखते थे। उनके पिता अकसर नाराज़ होते – “तुम्हें कुछ भी पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता?” होंडा मुस्कुराते हुए कहते – “मुझे मशीनें ज्यादा अच्छी ...

माइक टायसन – एक महान और विवादास्पद बॉक्सर की कहानी

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माइक टायसन – एक महान और विवादास्पद बॉक्सर की कहानी माइक टायसन अपने करियर के शिखर पर, चैंपियनशिप बेल्ट्स के साथ नाम माइक   टायसन उपनाम आयरन   माइक  ,  किड   डायनामाइट  ,  द   बड्डेस्ट   मन   ऑन   द   प्लेनेट जन्मदिन 30  जून , 1966 आयु 52 जन्म   स्थान ब्राउनविले ,  ब्रुकलिन ,  न्यूयॉर्क ,  यू . एस . धर्म इस्लाम भाषा   का   ज्ञान अंग्रेजी पेशा पेशेवर   मुक्केबाज छाती 52  इंच लंबाई 5  फीट  10  इंच वजन 109  किलो कमर 36  इंच बाइसेप्स 18.5  इंच कोच कस   डी   अमाटो ,  केविन   रूनी पिता का नाम जिमी किर्कपैट्रि...

A Heart of Mercy: The Divine Journey of Mother Teresa

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A Heart of Mercy The Divine Journey of Mother Teresa  प्रस्तावना: करुणा और सेवा की मिसाल 26 अगस्त 1910 को वर्तमान मैसेडोनिया के स्कोप्जे नगर में एक नन्हीं बच्ची ने जन्म लिया, जिसे दुनिया ने आगे चलकर "मदर टेरेसा" के नाम से जाना। उनका असली नाम एग्नेस गोंजा बोयाजीजू था। ‘गोंजा’ का अल्बानियाई भाषा में अर्थ है – फूल की कली, जो आगे चलकर मानवता की सबसे सुंदर मुस्कान बन गई। उनके पिता निकोला एक धार्मिक व्यापारी थे, परंतु उनके निधन के बाद परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। फिर भी, उनकी मां ड्राना बोयाजू ने बच्चों को त्याग, सेवा और सच्चे अर्थों में इंसानियत का पाठ पढ़ाया। माँ की सीख – “जो भी है, उसे सबसे बाँटो” – एग्नेस के कोमल मन में गहराई से बस गई। धार्मिक जीवन की ओर पहला कदम 18 वर्ष की आयु में एग्नेस ने "सिस्टर्स ऑफ लोरेटो" संस्था से जुड़ने का निर्णय लिया और आयरलैंड चली गईं, जहाँ उन्होंने अंग्रेजी सीखी। 1929 में भारत आईं और दार्जिलिंग में मिशनरी स्कूल में शिक्षिका बनीं। उन्होंने हिंदी और बंगाली सीखी और गरीब बच्चों को शिक्षित करना अपना लक्ष्य बना लिया। 1931 में उन्हों...

Who is Al-Waleed bin Talal? Complete Biography of the Saudi Billionaire Prince

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  अल-वालिद बिन तलाल कौन हैं? सऊदी अरब के अरबपति शहजादे की पूरी जीवनी   Who is Al-Waleed bin Talal? Complete Biography of the Saudi Billionaire Prince अल-वालिद बिन तलाल अल सऊद, जिनका जन्म 7 मार्च 1955 को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हुआ था, सऊदी अरब के शाही परिवार के सदस्य हैं और विश्व के सबसे प्रसिद्ध अरबपतियों में से एक माने जाते हैं। वह न केवल व्यापार जगत में अपनी पैठ के लिए विख्यात हैं, बल्कि अपने उदारवादी दृष्टिकोण, वैश्विक निवेशों और 2017 की सऊदी अरब की भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई के दौरान अपनी गिरफ्तारी के कारण भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया का विषय रहे हैं। अल-वालिद का जीवन संघर्ष, सफलता, विवाद और सामाजिक योगदान का अनूठा मिश्रण है। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अल-वालिद का जन्म एक समृद्ध और प्रभावशाली परिवार में हुआ था। उनके पिता, प्रिंस तलाल बिन अब्दुलअज़ीज़, सऊदी अरब के संस्थापक राजा अब्दुलअज़ीज़ के पुत्र थे, और उनकी माँ, मोना अल-सुल्ह, लेबनान के पहले प्रधानमंत्री रियाद अल-सुल्ह की पुत्री थीं। इस प्रकार, अल-वालिद का जीवन आरंभ से ही दो शक्तिशाली राजनीतिक और सांस्कृतिक परंपराओं का ...

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